LIVE रिपोर्ट: ऑपरेशन सिंदूर - भारत की 2025 पाकिस्तान एयर स्ट्राइक का पूरा सच | Desh Samvad

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ऑपरेशन सिंदूर: भारत की 2025 पाकिस्तान एयर स्ट्राइक का पूरा सच

प्रकाशित: [2025-05-08] | [09:11 IST]
विशेष रिपोर्ट द्वारा: देश संवाद / Desh Samvad
ऑपरेशन सिंदूर 2025 भारत पाकिस्तान एयर स्ट्राइक न्यूज़ ग्राफिक

ब्रेकिंग न्यूज़! 7 मई 2025 की तड़के सुबह, एक ऐसी घटना हुई जिसने पूरे दक्षिण एशिया को चौंका दिया। भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर एक तीव्र और निर्णायक जवाबी एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया, जिसका नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रखा गया। यह कार्रवाई जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए भीषण आतंकवादी हमले का सीधा जवाब थी, जिसने 26 बेकसूर लोगों की जान ले ली थी।

देश संवाद पर इस विशेष रिपोर्ट में, हम इस ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई के हर पहलू को गहराई से जानेंगे।

ऑपरेशन सिंदूर: मुख्य बिंदु

  • क्या हुआ? भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक एयर स्ट्राइक।
  • कब हुआ? 7 मई 2025 की तड़के सुबह, लगभग 1:05 से 1:30 बजे के बीच।
  • क्यों हुआ? 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब और भविष्य के हमलों को रोकना।
  • किन ठिकानों पर? JeM, LeT और HM जैसे आतंकी संगठनों के मुख्यालयों और शिविरों पर।
  • महत्व? 1971 के बाद पहली बार अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) पार कार्रवाई; बालाकोट से अधिक व्यापक।

पहलगाम हमले का जवाब: ऑपरेशन सिंदूर

पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। 25 भारतीय पर्यटकों और 1 नेपाली नागरिक की निर्मम हत्या ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को और बढ़ा दिया था। ऑपरेशन सिंदूर इसी का सीधा और शक्तिशाली जवाब था, जो दिखाता है कि भारत अब अपनी धरती पर हुए हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा और आतंकवादियों को उनकी पनाहगाहों में घुसकर भी दंडित करने में सक्षम है।

निशाना: आतंकी संगठनों के गढ़

भारतीय वायुसेना ने पूरी सटीकता के साथ उन 9 ठिकानों को निशाना बनाया जो भारत के खिलाफ आतंकवाद की रीढ़ माने जाते हैं। इनमें JeM का मुख्यालय (बहावलपुर), LeT के शिविर (मुरीदके, सवाई, कोटली) और LoC के पास के लॉन्चपैड शामिल थे। इन ठिकानों की सूची इस प्रकार है:

  • बहावलपुर: जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का प्रमुख केंद्र।
  • मुरीदके: लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का जाना-माना शिविर।
  • गुलपुर: LoC के पास, घुसपैठ के लिए इस्तेमाल होने वाला क्षेत्र।
  • सवाई: PoK में स्थित LeT शिविर।
  • बिलाल कैंप: JeM द्वारा संचालित एक लॉन्चपैड।
  • कोटली: PoK में स्थित एक और LeT शिविर।
  • बरनाला: LoC के करीब का ठिकाना।
  • सरजल: JeM शिविर क्षेत्र।
  • मेहमोना: हिज्बुल मुजाहिदीन (HM) का प्रशिक्षण केंद्र।
ऑपरेशन सिंदूर टारगेट लोकेशन्स मैप

भारत का कड़ा रुख: आतंकवाद पर 'जीरो टॉलरेंस'

भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई किसी देश पर हमला नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ आत्मरक्षा में उठाया गया कदम है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य आसन्न क्रॉस-बॉर्डर आतंकी हमलों को रोकना और पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकी ढांचे को नष्ट करना था। यह एक लक्षित और गैर-सैन्य कार्रवाई थी, जिसमें नागरिक क्षेत्रों से बचने की पूरी कोशिश की गई। यह भारत की इस नई नीति का संकेत है कि आतंकवाद को उसकी जड़ से खत्म करने के लिए आवश्यक होने पर सीमा पार भी कार्रवाई की जा सकती है।

पाकिस्तान के आरोप और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया

पाकिस्तान ने भारत की कार्रवाई को तुरंत "कायरतापूर्ण हमला" बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने नागरिक हताहतों (26 मौतें, 40 घायल होने) और मस्जिदों/रिहायशी इलाकों को निशाना बनाने का दावा किया। हालांकि, भारत ने इन दावों को गलत बताया है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने संयम बरतने का आग्रह किया, लेकिन कई देशों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का समर्थन किया।

बालाकोट से आगे: ऑपरेशन सिंदूर का रणनीतिक महत्व

ऑपरेशन सिंदूर का सबसे बड़ा रणनीतिक महत्व यह है कि यह 1971 के युद्ध के बाद भारत द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार करके पाकिस्तान के अंदर की गई पहली सैन्य कार्रवाई थी। यह इसे 2019 की बालाकोट एयर स्ट्राइक से अलग और अधिक महत्वपूर्ण बनाता है, जो मुख्य रूप से PoK तक सीमित थी। ऑपरेशन सिंदूर ने दर्शाया है कि भारत की पहुंच अब PoK तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वह पाकिस्तान के आंतरिक हिस्सों में भी आतंकी ठिकानों को निशाना बना सकता है। यह क्षेत्र में शक्ति संतुलन और deterrence (रोक) के संदर्भ में एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है।

ऑपरेशन में इस्तेमाल हुए 'गेम-चेंजिंग' हथियार

भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन में अपनी सबसे उन्नत संपत्ति का इस्तेमाल किया। प्रमुख रूप से राफेल लड़ाकू विमानों का उपयोग किया गया, जो लंबी दूरी से सटीक हमले करने में सक्षम हैं। लक्ष्यों को ध्वस्त करने के लिए SCALP क्रूज मिसाइलों और HAMMER सटीक-निर्देशित बमों का प्रयोग किया गया। ये हथियार अपनी सटीकता और प्रभावी मारक क्षमता के लिए जाने जाते हैं, जो आतंकी कैंपों को भारी नुकसान पहुंचाने में कारगर रहे।

भारतीय वायुसेना राफेल लड़ाकू विमान

आगे क्या? भारत-पाकिस्तान तनाव का भविष्य

ऑपरेशन सिंदूर ने निश्चित रूप से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को खतरनाक स्तर पर पहुंचा दिया है। दुनिया भर की निगाहें अब पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। क्या वह कोई सैन्य जवाबी कार्रवाई करेगा? या अंतर्राष्ट्रीय दबाव के चलते संयम बरतेगा? भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा। यह घटना दर्शाती है कि सीमा पार आतंकवाद अब भारत के लिए 'स्वीकार्य' नहीं है और वह इसके खिलाफ निर्णायक कदम उठाने को तैयार है। देश संवाद इस पूरे घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहा है और आपको हर अपडेट देता रहेगा।

ऑपरेशन सिंदूर: आपके सवालों के जवाब (FAQ)

  • ऑपरेशन सिंदूर कब और क्यों हुआ?

    यह 7 मई 2025 को 22 अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए हुआ।

  • ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने किन ठिकानों को निशाना बनाया?

    मुख्य रूप से JeM, LeT और HM जैसे संगठनों के 9 ठिकानों को, जिनमें मुख्यालय, प्रशिक्षण शिविर और लॉन्चपैड शामिल थे।

  • क्या यह 1971 के बाद भारत की पहली अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार कार्रवाई थी?

    हां, भारत सरकार के अनुसार, यह 1971 के बाद पहला ज्ञात उदाहरण है जब भारतीय सेना ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) पार करके पाकिस्तान के अंदर सैन्य कार्रवाई की।

  • इस ऑपरेशन में कौन से प्रमुख हथियार इस्तेमाल किए गए?

    भारतीय वायुसेना ने राफेल विमानों से SCALP क्रूज मिसाइलों और HAMMER सटीक-निर्देशित बमों का उपयोग किया।

  • पाकिस्तान ने भारत के दावों पर क्या कहा है?

    पाकिस्तान ने इसे हमला बताते हुए नागरिक हताहतों का दावा किया है, जिसे भारत ने खारिज कर दिया है।

अंत में, ऑपरेशन सिंदूर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के प्रति उसकी दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह न केवल पहलगाम के पीड़ितों के लिए न्याय की दिशा में एक कदम है, बल्कि भविष्य में पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों के लिए एक स्पष्ट चेतावनी भी है। यह घटना भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत है। इस संवेदनशील मुद्दे पर हर अपडेट के लिए जुड़े रहें देश संवाद / Desh Samvad के साथ।

ऑपरेशन सिंदूर पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है? कमेंट्स में हमें बताएं!

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